आग के दरिया पर कौन बांधेगा जीत का पुल..!! जोबट विधानसभा क्षेत्र का मामला

लुका छिपी ओर मान - मनोवल के बाद जोबट विधानसभा में अब 7 प्रत्याक्षी अपनी किस्मत आजमाने के लिए जनता के दरबार मे है।

विशाल वाणी

आलीराजपुर न्यूज। आजादनगर 

जोबट विधानसभा में कुल 7 दावेदार है। उनमें से तीन दावेदारों  की स्थिति मजबूत बताई जा रही है।  विधानसभा चुनाव में कॉंग्रेस की सेना पटेल, भाजपा के विशाल रावत  और भाजपा के बागी माधोसिंह डावर के बीच त्रिकोणीय  मुकाबला माना जा रहा है।



3 लाख वोटर

विधानसभा में कुल 3 लाख के लगभग मतदाता है। पिछले  चुनावो का आकलन किया जाए तो विधानसभा में लगभग आधे यानी के 1 लाख 50 हजार के लगभग मतदान होने की संभावना है, जो जीत हार का मानक तय करेंगे।

अपने - अपने दावे अपनी -अपनी राय

जैसे - जैसे मौसम में तापमान घटता जा रहा है, चुनावी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। जहाँ एक ओर पिछले उप चुनाव में दूसरे नमंबर पर रहने वाले महेश पटेल की पत्नी सेना पटेल जीत का दावा ठोक रही है । वही उप चुनाव में विजय रही सुलोचना रावत के पुत्र विशाल रावत भाजपा से टिकिट मिलने के बाद  बड़ी जीत हासिल कर जोबट को फतेह करने की रणनीति तैयार कर रहे है। वही अपने सौम्य स्वभाव के कारण विधानसभा में अपनी एक अलग पहचान रखने वाले माधोसिंग डावर भी अपने द्वारा  विधानसभा में दो दसको से अधिक समय तक किये गए विकास को आधार बना कर जनता के बीच पहुँच रहे है। इसके अलावा निर्दलीय दिलीप भूरिया ओर कॉंग्रेस के बागी सुरपाल जी के साथ अन्य उमीदवार भी जनता तक अपने वादों को लेकर पहुँच रहे है। 

वोटो का गणित क्या?

विधानसभा के 3 लाख वोटो में जहाँ भाजपा और कॉंग्रेस के अपने वोट बैंक है, वही पूर्व विधायक माधोसिंग डावर को भी पसंद करने वालो का एक बड़ा तबका है। भाजपा इस बात से किनारा नही कर सकती है कि माधोसिंग डावर का उसके साथ ना होना भाजपा को कोई हानि नही पहुचाएगा। इस बात से भी किनारा नही किया जा सकता है कि कॉंग्रेस ओर भाजपा दोनों को पसंद नही करने वाले मतदाताओं के लिए भी डावर एक विकल्प बन सकते है । यदि मुस्लिम, बोहरा ओर क्रिस्चन वोटर को  समय रहते नही साधा गया तो ये वोट भी डावर के साथ जा सकते है।काटे के त्रिकोणीय मुकाबले के बीच 40 से 45 हजार वोट पाने वाला उमीदवार जीत का परचम लहराएगा । तीनो उमीदवार मैदान में है जिनके अपने -अपने रणनीतिकार है जो भीतर - भीतर अपने पक्ष में मतदाताओं का रुख करने का भरकस प्रयास कर रहे है। अब जीत का ऊँट किस करवट बैठेगा यह तो समय ही बताएगा।

Share on WhatsApp