गुजरात से आने वाली यात्री बसों को चांदपुर में रोककर यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई बसों को 31 मार्च तक थाना परिसर में रखा
कट् ठीवाड़ा से प्रेम गुप्ता की रिपोर्ट
सारा प्रशासन, कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ने के लिए जी जान लगा रहा है। कोरोना संक्रमण महामारी न बन पाएं पाएं इसलिए अपनी ओर से से पूरी सावधानी बरती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग में कोरोना संक्रमण और सामान्य बीमारियों की ओपीडी प्रथक करने की योजना चल रही है जिससे सामान्य मरीज कोरोना संक्रमित होने से बचें। इस सम्बंध में डीएचओ एवम बीएमओ कट् ठीवाड़ा डॉ नरेंद्र भयडिया ने बताया कि कोरोना के खतरे से ग्रामीणों और स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए सामान्य बीमारियों की ओपीडी अलग करने की योजना बनाई जा रही है।
वही कुछ पैसों के लालच में गुजरात से मध्यप्रदेश की तरफ आने वाली बसों में यात्रियों को ठूस-ठूस कर लाया जा रहा है, जिनमें कोरोनो संक्रमित पीड़ितों के आने की संभावनाएं भी बनी हुई है, जिसे रोकने के लिए 22 मार्च को प्रशासन द्वारा कड़े कदम उठाए गए। इसके अंतर्गत गुजरात से आने वाले यात्रियों से भरी बसों और छोटे वाहनों की स्थानीय जनता द्वारा शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस प्रशासन द्वारा उक्त वाहनों को जप्त कर कट् ठीवाड़ा थाना प्रांगण में खड़ा करवा दिया गया। चाँदपुर में रोके गए वाहनों को थाना प्रांगण में खड़ा कर उनमें बैठे यात्रियों को कट् ठीवाड़ा से गए चिकित्सकों के दल द्वारा जांच की गई। इस दौरान लम्बी दूरी से आने वाले यात्रियों को एसडीएम के निर्देश पर भोजन करवाया गया। * इस अवसर पर एसडीएम विजय मण्डलोई, तहसीलदार सन्तुष्टिपाल उपस्थित थे।*
गौरतलब है कि 31 मार्च तक क्षेत्र में गुजरात की ओर से आने वाले आवागमन को रोकने से या फिर वहां से आए यात्रियों की संपूर्ण जांच के बाद उन्हें क्षेत्र में आने आने-जाने की अनुमति देने से क्षेत्र में कोरोना संक्रमण की संभावना पर विराम लगेगा।
*कोरोना के लिए सामान्य ओपीडी स्थगित रखने पर विचार*
देश, प्रदेश और अंचल में कोरोना संक्रमण के महामारी वाले लक्षणों को दृष्टिगत रखते हुए,स्वास्थ्य विभाग के हलकों में यह चर्चा की जा रही है की कुछ समय के लिए सामान्य ओपीडी स्वास्थ्य केंद्रों, उपकेंद्रों पर स्थगित रखी जाए। अभी कोरोना संक्रमण पीड़ितों की जांच और उपचार के ऊपर ही पूरा फोकस किया जाए। सभी स्वास्थ्य केंद्रों, उपस्वास्थ्य केंद्रों पर यह सुनिश्चित किया जाए कि उसके लक्षणों से संबंधित लक्षणों से संबंधित रोगियों की पहचान और उससे बचाव के लिए उपचार पर ध्यान केंद्रित किया जाए। जिससे एक तो यह फायदा होगा फायदा होगा कि अंचल के ग्रामीणों को कोरोना वायरस के संक्रमण की गंभीरता से अवगत भी होना होगा एवं दूसरा कोरोना वाईरस के नियंत्रण में ज्यादा सफलता प्राप्त होगी।
*महामारी की संभावनाओं के चलते, चुनावों की तर्ज पर सीमाएं सील की जाए*
31 मार्च तक कोरोना से बचाव के लिए प्रशासन द्वारा किए जा रहे एहतियाती उपायों के साथ चुनावों की तर्ज पर सीमाओं को सील करने की चर्चाएं भी की जा रही है। स्थानीय जनता में चल रही चर्चाओं के अनुसार मुख्य मार्गों से आने वाले वाहनों की जांच हो जाती है किंतु कट् ठीवाड़ा-आजादनगर और कट् ठीवाड़ा-आमखुट मार्गों पर जांच नही हो पा रही है। यहां, प्रशासन के समन्वित दल द्वारा जांच की कार्यवाही करने के सुझाव है।