आलीराजपुर के खनिज निरीक्षक चैनसिंह डामोर व शासकीय महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक रमेश भिंडे का हुआ तबादला,


डामोर के तबादले से खनिज माफिया होंगे प्रभावित, सहायक प्राध्यापक के तबादले  से मचा कालेज में हड़कंप
आशुतोष पंचोली
आलीराजपुर। ब्यूरो चीफ
जिले में कई समय से खनिज शाखा में पदस्थ खनिज निरीक्षक चैनसिंह डामोर का तबादला इंदौर कर दिया गया है। वही शासकीय महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक रमेश भिंडे का तबादला भी पड़ोसी झाबुआ जिले के शासकीय महाविद्यालय पेटलावद में कर दिया गया है।  दोनों शासकीय कर्मचारियों के अचानक से हुए तबादले से अन्य कर्मचारियों व अफसरों में हड़कंप मच गया है। 
चूंकि प्रदेश में गत चार माह पहले से कांग्रेस की सरकार बन चुकी है। जिसके चलते अब नई सरकार वक्त है बदलाव का- के नारे के साथ कई तरह के बदलाव कर रही है। जिसमें निरंतर इस ढंग से तबादले एक प्रशासनिक प्रक्रिया के तहत किए जा रहे है। हालांकि भाजपा इसको अपने हिसाब से राजनीतिक गणित लगाते हुए चल रही है वहीं कांग्रेसी खेमे में इस प्रकार की कार्रवाई को एक सामान्य प्रक्रिया बताया जा रहा है। हालांकि आलीराजपुर जिले में इस प्रकार से जो तबादले हुए है उससे यह बात स्पष्ट दृष्टिगोचर हो रही है कि ये तबादले यूं ही नहीं हो गए है। खनिज शाखा में कई समय से खनिज निरीक्षक के पद पर रहकर मलाई खा रहे चैनसिंह डामोर अपने कार्यकाल के दौरान बेहद चर्चित रहे है।  ये कुछ समय पूर्व ही बहाल हुए है। भ्रष्टाचार व अनियमिततताओं के आरोपों के चलते डामोर को निलंबित भी किया जा चुका है किंतु निलंबन अवधि के दौरान इनके खिलाफ प्रशासन के द्वारा आरोप पत्र नहीं देने के चलते  ये स्वयं मेव बहाल हो गए थे। इनके कार्यकाल के दौरान फर्जी रायल्टी, आर्थिक  लेनदेन आदि के कई मामले हाई  लाईट होने के चलते इन्हें मिली शिकायत पर तत्कालिन कलेक्टर द्वारा निलंबित किया गया था। किंतु ये येन केन प्रकारेण बहाल होकर वापस अपने पद पर पदस्थ हो गए थे।  अब इन्हें आलीराजपुर से इंदौर खनिज विभाग में स्थानांतरित करने के आदेश खनिज विभाग की ओर से जारी किए गए है। जिससे खनिज माफियाओं  व रेत खदान मालिकों, दलालों व सप्लायरों में हड़कंप मच गया है। कोई इनके तबादला आदेश से खुश है तो कोई दुखी भी नजर आ रहे है। 
पत्रिका अखबार व अलीराजपुर न्यूज ने चलाई थी मुहिम
मिली जानकारी के अनुसार इस अफसर के द्वारा किए जाने वाले भ्रष्टाचार, आर्थिक अनियमितताओं के खिलाफ पत्रिकार अखबार के स्थानीय ब्यूरो चीफ आशीष अगाल और अलीराजपुर न्यूज की ओर से कई प्रकार के समाचार प्रकाशित करते हुए ऐसे अफसरों की नियुक्ति पर कई तरह के सवाल खड़े किए गए थे। इसी प्रकार की खबरें पत्रिका व अलीराजपुर न्यूज में प्रकाशित होने के बाद ही इन्हें निलंबित करने का दबाव तत्कालिन कलेक्टर पर बना था। कलेक्टर को मिली ठोस शिकायत व सहायक खनिज अधिकारी के प्रतिवेदन पर चैनसिंह डामोर को जिले के तत्कालिन कलेक्टर गणेशशंकर मिश्रा ने सितंबर 18 में भ्रष्टाचार के मामले में निलंबित भी किया था।

कालेज के प्राध्यापक का तबादला, मचा हडकंप
 इसी प्रकार शासकीय महाविद्यालय आलीराजपुर के सहायक प्राध्यापक रमेश भिंडे का अचानक से तबादला होना भी आश्चर्यजनक बताया जा रहा है। इनके तबादला आदेश से पूरे कालेज प्रशासन व स्टाफ में हड़कंप मच गया है। कई तरह के कयास इनके तबादले को लेकर लगाए जा रहे है। अचानक से यह सब कैसे हो गया इस बारे में अफवाहों का बाजार गर्म है। कालेज से भिंडे का तबादला होना किसी का प्रेस्टिज पाईंट भी बताया जा रहा है। किंतु यह सब चर्चाओं के दौर में है। 
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