आलीराजपुर की बेटी श्रेया शर्मा बनी सिविल जज, पहले ही प्रयास में मिली सफलता


श्रेया के पिता एक अखबार के लिए चलाते है वाहन,
ब्राह्मण  समाज का गौरव बनी श्रेया का होगा सम्मान
आशुतोष पंचोली
आलीराजपुर। ब्यूरो चीफ
गर हो हौंसले बुलंद तो मंजील मिल ही जाती है, तू चले एक कदम तो वह दो कदम चली आती है। इन पंक्तियों के भावार्थ को आलीराजपुर की बेटी ने सार्थक सिद्ध किया हैं। दृढ़ ईच्छा शक्ति, स्वाध्याय, नियमित पढ़ाई और अपने लक्ष्य को केंद्रीत कर पूरी लगन व मेहनत से किए गए प्रयास आखिरकार रंग लाए और श्रेया शर्मा ने सिविल न्यायाधीश वर्ग-दो की तीन चरणों की परीक्षा अपने पहले ही प्रयास में उत्तीर्ण करते हुए सिविल जज वर्ग दो बनने का सपना पूरा कर लिया। चार बहनों में सबसे बड़ी श्रेया के पिता इंदौर से निकलने वाले दैनिक अखबार में वाहन चलाते हैं। सिविल जज बनकर श्रेया ने अपने पिता श्री ब्रजेश शर्मा व मां श्रीमती अंजूबाला का नाम और मान दोनों बढ़ाया है। श्रेया ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय स्वामी विवेकानंदजी, अपने परिजनों के आर्शीवाद, वरिष्ठों के मार्गदर्शन और खुद की लगन को दिया हैं। यह बिरला संयोग ही है कि अपने जीवन में पिछले सात सालों से रामकृष्ण मिशन से जुड़ी श्रेया स्वामी विवेकानंदजी को आदर्श मानती है और स्वामी विवेकानंद जयंती 12 जनवरी के दिन ही सिविल जज की परीक्षा का परिणाम माननीय उच्च न्यायालय जबलपुर द्वारा घोषित किया गया है। इसी दिन यह खुशखबरी मिलना भी श्रेया के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है। परीक्षा परिणाम के बाद सबसे पहले एक्सक्लूसीव इंटरव्यू अलीराजपुर न्यूज को दिया हैं। 
आलीराजपुर में ली आरंभिक शिक्षा 
 श्रेया इन दिनों नईदिल्ली में है।  श्रेया कि आरंभिक शिक्षा सरस्वती शिशु  मंदिर विद्यालय आलीराजपुर में ही हुई हैं। उसके बाद वे इंदौर के आरके डागा  माहेश्वरी अकादमी में पढ़ाई करने पहंुची। पश्चात स्कूल आॅफ लाॅ देवी अहिल्या विश्वविद्यालय से बीए एलएलबी उत्तीर्ण की। श्रेया के नाना श्री कन्हैयालाल शर्मा आलीराजपुर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय में सालों तक रीडर के पद पर कार्यरत रहे है। श्रेया के मामा श्री मनीष शर्मा ने एएलबी करने के बाद इंदौर उच्च न्यायालय में प्रेक्टिस आरंभ की। एडवोकेट मामा व एडवोकेट मामी श्रीमती शर्मीला शर्मा दोनों की प्रेरणा से वे सिविल जज की परीक्षा देने की तैयारियों में जी जान से जुट गई। मामा मनीष शर्मा के निरंतर प्रेरित करते रहने से श्रेया ने अंततः यह दृढ़ निश्चय कर लिया कि उसे सिविल जज बनना ही है। बस फिर क्या था अपने मामा के मार्गदर्शन में और घर पर मिले प्रोत्साहित माहौल से श्रेया अपने दृढ़ निश्चयी कदम आगे बढ़ाने लगी और सिविल जज बनने की मंजील प्राप्त करने के बाद ही दम लिया।  पहंच कर ही दम लिया। 
खुद की पढ़ाई से मिली मंजील
वर्तमान दौर में सभी प्रकार की परीक्षाओं के लिए और जिंदगी में उंचे पदों पर पहंुचने के हसीन सपने दिखाने के लिए अनगिनत कोचिंग इंस्टीट्यूट खुले हुए है। किंतु श्रेया ने अपनी पारिवारिक समस्याओं व आर्थिक कठिनाईयों से जूझते व उसे समझते हुए बिना किसी कोचिंग इंस्टीट्यूट में जाए बगैर खुद ही सिविल जज की परीक्षा की तैयारियां पूरी तन्मयता से कीं। सिविल जज बनने के लिए पहले प्रीलीमरी, फिर रीटन और अंत में इंटरव्यू में सफल होकर श्रेया ने दुनिया को यह बता दिया कि यदि पूरी मेहनत और लगन से अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रीत कर दिया जाए तो सफलता निसंदेह अपने आप कदम चूमती हैं। श्रेया ने बताया कि इंटरव्यू के पहले वे थोड़ा नर्वस थी। उच्च न्यायालय के दो वरिष्ठ विद्वान न्यायाधीश महोदय ने उनका इंटरव्यू लिया और कानून से जुड़े हुई कई तरह से सवाल किए जिनका पूरी गंभीरता से सोच समझकर उसने आत्मविश्वास के साथ जवाब दिया और अंततः सफल रही। 

रामकृष्ण मिशन से मिला आत्मिक बल 
श्रेया ने खासकर बताया कि रामकृष्ण मिशन से जुड़ाव हो जाने से उसे मिशन के कार्यों से बहुत आत्मिक बल मिला। आध्यात्म के प्रति जुड़ाव होने से मोरल सपोर्ट मिला जिसे उसका आत्मविश्वास बढ़ा और वह अपने लक्ष्य पर अच्छे से फोकस कर सकी। मिशन से जुड़ाव के साथ ही वाद विवाद स्पर्धाओं में भाग लेना भी श्रेया का शोक रहा है। आलीराजपुर में प्रेरणा क्लब की ओर से प्रति वर्ष होने वाली स्पर्धा में दो बार विजेता होकर पुरस्कार प्राप्त कर चुकी हैं। श्रेया ने खुलकर अपनी पारिवारिक स्थिती पर बताया कि उनके पिता एक अखबार के लिए वाहन चलाते है। घर में चार बहनों में वे सबसे बड़ी है। उनके भाई नहीं है, परिवार की सबसे बड़ी बेटी होने के बावजूद उन्हें अपनी जिम्मेदारियों का ध्यान है। सिविल जज बनने वाले अन्य प्रतियोगियों के लिए दिए अपने संदेश में श्रेया ने कहा कि नियमित पढ़ाई, लगन, दृढ़ निश्चय और बिना रुके मेहनत करते जाए। अपने विषय पर फोकस करेंगे तो अंततः सफलता मिलेगीं

ब्राह्मण समाज करेगा सम्मान
 आलीराजपुर की बेटी का सिविल जज बनना समाज के लिए गर्व की बात है। आने वाले दिनों में श्रेया शर्मा के सम्मान में समाज की ओर से समारोह आयोजित कर श्रेया का ब्राह्मण समाज और आलीराजपुर नगर की ओर सम्मान किया जाएगा। श्रेया की इस उपलब्धि पर आलीराजपुर के ब्राह्मण समाज के संरक्षक आशुतोष पंचोली उपाध्यक्ष कमलेश जोशी व प्रशांत मेहता अध्यक्ष अजय शर्मा,  महिला अध्यक्ष पूर्णिमा व्यास पूर्व अध्यक्ष निरंजन मेहता पार्षद सुनिता मेहता ने हर्ष व्यक्त करते हुए श्रेया को पूरे समाज की ओर से ढेर सारी बधाई दी हैं। सभी पदाधिकारियों का कहना था कि यह पूरे आलीराजपुर जिले के लिए गर्व की बात है कि आलीराजपुर की बेटी व समाज का गौरव बनी श्रेया ने अपने इस उपलब्धि से स्वयं, परिवार, समाज व आलीराजपुर नगर का नाम भी रोशन किया है।
जनप्रतिनिधियों ने भी दी बधाई
 शिव शक्ति महिला मंडल, प्रतापगंज परिवार, जिला कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष श्री महेश पटेल, विधायक श्री मुकेश पटेल, नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती सेना पटेल, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष श्री किशोर शाह, पूर्व विधायक श्री नागरसिंह चैौहान, पूर्व नपा उपाध्यक्ष पिंटू सेठ जायसवाल, नपा उपाध्यक्ष मकू सेठ परवाल सहित अन्य गणमान्य नागरिकों आदि ने बधाई और शुभकामनाएं दी है। 
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