पुराने कपड़े पहनकर स्कूल आने को मजबूर छात्र
आशुतोष पंचोली
अलीराजपुर।ब्यूरो
शिक्षा सत्र प्रारंभ हुये लगभग 3 माह बीतने को है किन्तु अब तक छात्रों को गणवेश प्राप्त नहीं हो सकी है। जिससे उन्हें पुराने कपड़े पहनकर स्कूल आना पड़ रहा है। राज्य कर्मचारी संघ व अध्यापक संविदा शिक्षक के जिलाध्यक्ष राजेश आर वाघेला ने बताया कि 15 जून से नवीन सत्र प्रारंभ हो चुका है। शासन की मंशा अनुसार इस सत्र में एनजीओ के माध्यम से गणवेश दी जाना है। किन्तु आज दिनांक तक इस संबंध में ये नहीं पता चला है कि आखिर छात्रों को गणवेश कब प्राप्त होगी? बारिश के दिनों में जहाॅ छात्रों के पास गणवेश नहीं होने से गीले व घरेलू पुराने कपड़े पहनकर स्कूल आना पड़ रहा है। जिससे उन्हें परेशानी उठानी पड़ रही है। भद्दे व अनुशासनहीनता के प्रति कुछेक बच्चों के कपड़े तुलनात्मक अव्यवस्थित होने के कारण कहीं हीनता का बीजारोपण हुआ होता भी दिखाई देता है। वाघेला ने कहा कि अब तक इसके पूर्व शिक्षकों द्वारा गणवेश दिलाई जा रही थी तो समय पर 15 अगस्त तक गणवेश छात्रों को प्राप्त हो जाती थी। समय पर गणवेश उपलब्ध नहीं करवाने वाले शिक्षक पर कार्यवाही भी होती थी किन्तु जिले में अब तक विद्यालयों में छात्रों को गणवेश प्राप्त नहीं होने पर क्या संबंधित विभाग या अधिकारी उन पर कार्यवाही करेगा? जिलाधीश महोदय से संघ के लालसिंह डावर, राकेश खेड़े, वालसिंह रावत, भुवान मौर्य, धर्मेन्द्र अवास्या, कलसिंह डावर, रायसिंह गौड़, सहित संघ सदस्यों ने मांग की है कि शीघ्र ही छात्रों को गणवेश उपलब्ध कराई जावे या शिक्षकों के माध्यम से गणवेश उपलब्ध कराने के आदेश दिया जावे।
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अध्यापक संविदा शिक्षकसंघ के जिलाध्यक्ष राजेश आर वाघेला |