आशुतोष पंचोली
आलीराजपुर।ब्यूरो
जिले में जीते जी रक्तदान और मरणोपरांत नेत्रदान अब परंपरा बन चुका है। जिले के पूर्व कलेक्टर रहे शेखर वर्मा के द्वारा इस अभियान का लगाया गया बीज अब अंकुरित होकर पौधे का आकार ले चुका है। इस कार्य में गायत्री शक्तिपीठ जोबट द्वारा संचालित नेत्र संकलन केंद्र की टीम के डाॅ षिवनारायण सक्सेना, जयप्रकाष शर्मा व आई टेक्निीषीयन अजमेरसिंह डावर और आलीराजपुर नगर के राठौड़ समाज अध्यक्ष किशनलाल राठौड़ व अन्य समाजसेवियों का भरपूर योगदान मिल रहा है।
माली समाज का पहला नेत्रदानः
आलीराजपुर नगर के आमला लाइन तिलक मार्ग में निवास करने वाले श्री अश्विन एवं अभिषेक (कालु) गेहलोद के पिताजी मदनलाल- चंपालाल गेहलोद का देहावसान 30 अगस्त की रात को हो गया। सांई सेवा समिति के सदस्य तरुण राठौड़ ने पारिवारिक सदस्यों को नेत्रदान के लिए प्रेरित कर पारिवारिक सहमति ली । राठौड़ समाज के भरत राठौड़ के द्वारा गायत्री शक्तिपीठ जोबट के नेत्र संकलन केंद्र के व्यवस्थापक डॉ शिवनारायण सक्सेना को नेत्रदान करवाने के लिए सूचना दी गई। टीम के सदस्य जयप्रकाश शर्मा और आई टेक्नीशियन अजमेर सिंह डावर मध्य रात्रि में गेहलोद परिवार के निवास पर पहुंचे और स्वर्गीय मदनलाल गेहलोद की दोनों आंखों से कार्निया निकाले गए। केंद्र के अनिल श्रीवास्तव के साथ एम के इंटरनेशनल आई बैंक इंदौर के लिए भिजवा दिये गये। गौरतलब है कि यह माली समाज का पहला नेत्रदान है। साथ ही आलीराजपुर नगर में 30 वां नेत्रदान होकर नेत्र संकलन केंद्र गायत्री शक्तिपीठ जोबट द्वारा संकलित किया गया 72 वां नेत्रदान है। पूर्व कलेक्टर शेखर वर्मा 2016 तक अपने कार्यकाल के दौरान आलीराजपुर जिले को अंधत्व निवारण करने के साथ अंधत्व मुक्त बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित रहे है। उसी के परिणामस्वरूप यह नेत्र दान रुपी वृक्ष का 72 वां पुष्प है जो दो नेत्रहीन व्यक्तियों के जीवन में रोशनी करेगा। गायत्री शक्तिपीठ जोबट की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि दी गई और गेहलोद परिवार को किये गये उपकार के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। राठौड़ समाज अध्यक्ष किशन लाल राठौड़ ने बताया कि माली समाज ने नेत्रदान की परंपरा में पहला कदम रख कर अन्य समाज जनों को प्रेरित करने का काम किया है मैं आशा करता हूं कि माली समाज इसमें आने वाले दिनों में सक्रियता दिखाएगा।
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पूर्व कलेक्टर शेखर वर्मा |