वन विभाग ओर माफियाओ की मिलीभगत से कट्ठीवाडा क्षेत्र मे पेड़ों की जमकर हो रही कटाई -महेश पटेल
पटेल ने जंगलों की कटाई को लेकर भाजपा सरकार पर साधा निशाना
आशुतोष पंचोली
आलीराजपुर न्यूज। ब्यूरो चीफ
एक तरफ प्रदेश की भाजपा सरकार एक पेड़ मां के नाम लगाने की बात करती है तो दूसरी तरफ माफिया रूपी बाप पेड़ काटने में लगे हुए हैं । यह बात मप्र आदिवासी विकास परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष व आलीराजपुर क्षेत्र के वरिष्ठ नेता महेश पटेल ने बुधवार को कठ्ठीवाड़ा क्षेत्र के जंगल के भ्रमण के दौरान वहां हो रही बेतहाशा पेड़ कटाई के संबंध में कही। पटेल कहा कि सच्चाई का पता लगाना है तो प्रदेश के मुख्यमंत्री ओर वन मंत्री कट्ठीवाडा वन क्षेत्र का दौरा करे तो पता चल जायेगा कि क्या स्थिती है। पटेल ने मुख्यमंत्री ओर वन मंत्री से इसकी उच्च स्तरीय जाँच कर दोषियों पर कार्रवाई करने की माँग की है।
कट रहे है बेशकीमती जंगल
मप्र आदिवासी विकास परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष महेश पटेल ने कट्ठीवाडा विकासखंड के जंगलों में बेशकीमती सागवान के पेड़ों की बेतहाशा कटाई को लेकर बुधवार को कट्ठीवाडा विकासखंड क्षेत्र का पत्रकारों के साथ भ्रमण किया। इस दौरान क्षेत्र के जंगलों मे वन कर्मचारियों ओर लकड़ी माफियाओं द्वारा अवैध रूप से कटाई का मामला सामने आया। पटेल ने वन क्षेत्र के पेड़ों की अवैध कटाई को लेकर भाजपा सरकार ओर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पर जमकर निशाना साधा । उन्होंने कहा की वन विभाग ओर लकड़ी माफियाओ की मिलीभगत से कट्ठीवाडा क्षेत्र मे पेड़ों की अंधाधुन कटाई की जा रही है, जिसमे सागोन सहित अन्य बेशकीमती के सैकड़ों पेड़ काटे जा रहे है । पटेल ने बताया की मेरे द्वारा कट्ठीवाडा क्षेत्र के जंगलों का भ्रमण किया गया, यहां पर जंगल का जंगल साफ हो रहा है, रात के अँधेरे मे लकड़ी माफिया मशीनों से लेस होकर प्रतिदिन सागोन व अन्य लकड़ीया काटकर ले जा रहे है। इस अवसर पर आदिवासी विकास परिषद जिलाध्यक्ष अंगर सिंह चौहान, आदिवासी नेता गोहायड़ा भाई, पारु भाई, वेरसिंह बारिया आदि मौजूद थे ।
क्या है पूरा मामला
पटेल ने बताया की जोबट विधानसभा अन्तर्गत वन परिक्षैत्र कट्टीवाड़ा के अंतर्गत बीट कुसुम्बा के कक्ष क्र.182 में लकड़ी चोरो द्वारा सागौन के बड़े वृक्ष ( ताजे व हरे ) काटकर ले गये वृक्ष के ठूंठ के पास उनकी शाखायें ताजे व् हरे पड़े है सागौन वृक्ष कटाई के टूंठ की संख्या - 10 है जिसकी गोलाई 150 सेमी लगभग व् इसके ऊपर तक के है तथा सागौन कटाई इलेक्ट्रिक मशीन से काटना मिला , कटाई के 2 ताजे व् हरे ठूंठ पर बैंगनी रंग से नंबर लिखा हुआ है, शेष 8 ठूंठ पर कोई भी न. नहीं लिखा हुआ है, जबकि सागौन वृक्ष के कटाई के ठूंठ ताजे व् हरे होकर एक ही समय अवधि के है।इस तरह के वन विभाग के जवाबदेह कर्मचारी के संरक्षण से पास स्थित बीट कोठार मोहड़ा के कक्ष क्र. 147 में 1.50हेक्ट, लगभग क्षैत्र में जीपीएस छ 2293128.24ष् म् 74° 935.99ष् में अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा सागौन व् मिश्रित प्रजाति के सैकड़ों ताजे व् हरे भरे वृक्ष की कटाई सफाई कार्य किया गया कटी लकड़ी मौके पर ही पड़ी है। उक्त घटना आज से लगभग एक सप्ताह या इससे पूर्व की है लेकिन विभाग के जवाबदार कर्मचारी को सूचना होने के बावजूद भी आज दिनांक तक किसी भी प्रकार की कोई भी कार्यवाही नहीं की गई।
तथा बीट कनेरा के कक्ष क्र.- 219 में आज से एक सप्ताह लगभग पूर्व कम्पा मद से मिश्रित वृक्षारोपण क्षत्र के अन्दर कनेरा के व्यक्तियों द्वारा रकबा -1.50 हेक्ट, लगभग क्षेत्र में काकड़िया के हरे भरे सेकड़ो वृक्ष काट दिये गये जिसकी कार्यवाही नाम मात्र की कार्यवाही कर अपराधियों से सांठगांठ कर व प्रकरण की जांच के पूर्वे ही अग्रिम मनचाहा राशि वसूल कर वन परिक्षैत्र कट्रीवाड़ा से छोड़ दिये गये। उक्त घटना बीट प्रभारी के संज्ञान में होने पर भी समय पर जाकर रोक नहीं पाये बीट प्रभारी की लापरवाही से सैकड़ो की तादाद में हरी भरी लकड़ी काटी गई है व कुछ ठूंठ पर लाल रंग से न. लिखा व बहुत सारे ठूंठ पर कोई नंबर अंकित नहीं है। उक्त अवैध कटाई एक ही समय अवधि की है, परन्तु अपने आपको विभागीय की लापरवाही की कार्यवाही से बचने के लिये विभाग से छूपाया जा रहा है, जबकि मौके पर बहुत अधिक मात्रा में नुकसान है तथा उधर बीट अन्धारझिरी भाग - 2 के कक्ष क्र.- 178 के पूर्व लिमडी वाट नदी पर में छ 22°2737.88ष् म् 74ः956.74ष् रेत माफिया के द्वारा दिन दहाड़े में टेक्टर से अवैध रूप से ले जाया रहा है। सूत्रों के अनुसार बीट नकटी में भी बहुतअधिक मात्रा में अवैध कटाई होना बताया जा रहा है जिसका कटाई इतनी अधिक मात्रा में अवैध नुकसानी पाये जाने के बावजूद भी विभाग के जवाबदेह कर्मचारियों के द्वारा अपने आपको लापरवाही की कार्यवाही से बचने के लिये विभाग को गुमराह या छुपाया जा रहा।
पटेल ने वन विभाग से पूछे प्रश्न
श्री पटेल ने वन विभाग से प्रश्न पूछते हुवे कहा की बीट कसुम्बा के कक्ष क्र.182 में सागीन के वृक्ष 10 कटे ठूंठ में से - 02 2ूट पर दनउमतपबंस सिस्टम में न. लिखा हआ है, जो कि जिम्मेदार कर्मचारी के संज्ञान में होकर विभाग की कार्यवाही प्रतीत होती है तथा मागौन के 10 वृुक्ष काटने के उठ ताजे वहरे भरे होकर एक ही समय अवधि में घटना घटित होना पाया गया परन्तु इस स्थिति में जवाबदार कर्मचारी से प्रथ है कि एक ही समय अवधि में पटना पटित होने के बावजूद भी 0 में से 02 टूठ पर नाममात्र की कार्यवाही करते हु्व शेष 0४ ूंपर कार्यवाही क्यों नहीं की गई, सागीन के 10 ंठ में से 02 ठूठ पर विभाग की कार्यवाही प्रतीत होने पर प्रकरण में जस माल की हालत (हरे व् ताजा ) व्मियाद (अवधि ) ,गोलाई से मौके से जस ठूंठ की हालत (हरे व् ताजा ) व् मियाद (अवधि ) गोलाई से मिलान हो रहा हैक्या जम माल बताने का कप् करें
उक्त घटना आज से 10-15 दिन पूर्व की होकर एक ही समय अवधि में घटना घटित होने के जीपीएम सहित फोटोग्राफ है वावजूद भी शेष ठूंठ की कार्यवाही नहीं करना, जिसका कारण कर्मचारी के संरक्षण से ही कटाई होना है या कर्मचारी अपने कार्य के प्रति लापरवाही होना या अपने कार्य के दायित्व के प्रति अनुपस्थित रहना प्रतीत होता है। बीट कोठार मोहड़ा व कनेरा में अपराध घटना घटित होने की सुचना व अपराध संज्ञान में होने पर तत्तकाल विभाग की आवश्यक कार्यवाही के बाद 24 घंटे के अंदर प्रकरण दर्ज होना वाहिये, परन्तु आपने कार्यवाही नहीं करते हवे अपराधियां से सांठगांठ करने के उपरांत नाममात्र प्रकरण दर्ज किया गया जो कि वन एवं पर्यावरण के साथ घोर अन्याय हआ,बीट कनेरा में एक ही समय अवधि में घटना घटित होने के बावजूद भी सैकड़ो में, से कुछ ही ठूंठ पर नाममात्र की कार्यवाही करते हुवे शेष पर कार्यवाही क्यों नहीं की गई है ।
इस मामले में जिम्मेदार वन विभाग के अधिकारियों से चर्चा की तो उन्होंने अपना फोन पर जवाब देना है उचित नहीं समझा वह फोन नो रिप्लाई हो गया।
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