सिद्धेश्वर हनुमान बाबा की महिमा अपरंपार, शनिवार को हुआ 108 बार श्रंगार

20 सालों से प्रतिवर्ष श्रावण मास में श्रंगार परंपरा का पालन

आशुतोष पंचोली

आलीराजपुर न्यूज़। ब्यूरो चीफ

नगर के मध्य स्थित रियासत कालीन सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर राजवाड़ा में बजरंग भक्त मंडल के सानिध्य मे  प्रतिवर्ष की परंपरा अनुसार इस वर्ष भी श्रावण मास के पावन पर्व पर हनुमान जी की प्रतिमा पर 108 तेल सिंदूर श्रंगार का आयोजन बड़े हर्षोल्लास के साथ भक्तों के द्वारा किया गया। बजरंग भक्तों का अल सुबह से ही मंदिर में तांता लगा रहा जो निरंतर शाम तक चलता रहा ।!

सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर बजरंग भक्त मंडल के सदस्य केएल सोमानी व महेश बेड़िया ने बताया कि विगत 20 वर्षों से श्रावण मास में हनुमान जी की प्रतिमा पर  108 तेल सिंदूर  श्रंगार बजरंग भक्तों के द्वारा किया जा रहा है। प्रत्येक श्रंगार में तेल सिन्दूर के साथ एक दीपक, श्रीफल, केला की प्रसादी चढ़ाकर हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है‌। 


सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर के पुजारी विट्ठल प्रसाद शर्मा के द्वारा  प्रातः 9 बजे दीप प्रज्वलित कर हनुमान जी को तेल सिंदूर श्रंगार का शुभारंभ किया गया। जिसके पश्चात बजरंग भक्तों के द्वारा निरंतर शाम 5 बजे तक सिंदूर श्रंगार किया जाता रहा। पश्चात शाम को महाआरती कर महाप्रसादी का वितरण किया गया।


स्वप्न में श्रंगार का बाबा ने दिया आदेश 

बजरंग भक्त मंडल के महेश बेड़िया ने बताया कि वर्ष 2002 में राणापुर के परम बजरंग भक्त बंशीलाल जी राठी को स्वप्न आया कि राजवाड़ा हनुमान मंदिर में इस प्रकार से श्रंगार कार्यक्रम करवाना चाहिए जिस पर उन्होंने बात अलीराजपुर में अपने रिश्तेदारों को बताई। तत्पश्चात इस सपने की चर्चा नगर में प्रसारित होने पर अलीराजपुर से मंदिर पुजारी पंडित विठ्ठल प्रसाद शर्मा मंदिर श्रंगार समिति के प्रमुख डॉक्टर हरे कृष्ण शर्मा  (बाबू जी) व अन्य भक्तगण राणापुर पहुंचे और श्री राठी से हनुमान बाबा के संबंध में आते स्वप्न के बारे में जानकारी प्राप्त की।श्री राठी ने अपने स्वप्न की जानकारी विस्तार पूर्वक दी और श्रंगार  किस ढंग से करना है इसकी भी विधि बताई। सन 2002 के पहले सावन मास के श्रंगार कार्यक्रम में श्री राठी भी स्वयं यहां पधारे थे। उसके बाद से ही यहां पर प्रतिवर्ष श्रावण मास में बजरंग बाबा का 108 तेल सिंदूर का श्रंगार होता आ रहा है। अलीराजपुर के प्राचीन सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर में बाबा की मूर्ति पूर्व मुखी होने से यहां मंदिर का विशेष महत्व है, यहां पर भक्तों की सभी मनोकामनाएं बजरंग बाबा पूर्ण करते हैं।

 जय सियाराम


फोटो हनुमान जी की प्रतिमा पर तेल सिंदूर का श्रंगार करते हुए

फोटो हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए श्रद्धालु जन

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