14 वर्षो से लगातार दूर दराज से आते है मन्नत उतारने मन्नत धारी
आलीराजपुर/झाबुआ न्यूज।
झाबुआ से रहीम शेरानी
झाबुआ जिले के झकनावदा पेटलावद -14 वर्षो से जारी परम्परा अनुसार इस वर्ष भी झकनावदा-श्रृंगेश्वर तीर्थ मार्ग पर स्थित गल देव स्थान पर गल बाबा मन्नत उतारने का आयोजन आयोजित किया गया। जिसमे भूरी घाटी, नाडातोड़, झकनावदा, सेमलिया, बोरिया, खिंदाखो, गुलरीपाडा, केसरपुरा, बोरघाटा स्थित आसपास के क्षेत्र के ग्रामीणों ने पहुँच कर गल बाबजी के दर्शन किये तो वही मन्नत धारियों ने गल बाबजी की 5 परिक्रमा कर गल बाबजी की पूजन अर्चन कर परम्परानुसार गल के 40 से 50 फिट ऊंचे मचान पर पहुच कर विधि पूर्वक मन्नत उतारी।
वही गल आयोजक समिति के मुख्य कार्यकर्ता धन्ना भाभर झकनावदा ने बताया कि हमारे द्वारा करीब 14 वर्षो से गल का आयोजन किया जा रहा है जिसमे मन्नत धारी मन्नत लेते है और मन्नत पूरी होने में पश्चात 5 वर्षो तक गल की मन्नत उतारते है और गल बाबजी के पास पहुच कर 5 परिक्रमा कर गल बाबजी की पूजन अर्चना कर अपनी मन्नत पूरी करते है। और साथ ही पौराणिक मान्यता है कि यदि निरूशतान को मन्नत लेने से सन्तान की प्राप्ति होती है। साथ ही क्षेत्र से आस पास से बड़ी संख्या में मन्नतधारी ढ़ोल, मांदल की धाप पर नाचते गाते बड़े ही हर्षोल्लास के साथ आते है और मन्नत उतारते है। उक्त आयोजन में कालू भाभर, मयाराम निनामा, गुड्डू गरवाल, शंकर गरवाल, मोहन भुरिया, बंटू भाभर की मुख्य भूमिका रहती है।
साथ ही गल बाबजी की यात्रा एक मेले के रूप में लगती है यहां बर्फ गोला, चाय काफी, अंगूर, संतरा, सेव मिठाई, खेल खिलोने की दुकानें भी लगती है। साथ ही यहां मेले जैसा माहौल रहा। पूरे मेले की सुरक्षा कमान चैकी प्रभारी रज्जन सिंह गणावा,ए एस आई बिलवाल,प्रधान आरक्षक उमेश पुरोहित, प्रधान आरक्षक भूपेंद्र भाटी, आरक्षक भूपेंद्र जाट, हरिराम चौहान, आरक्षक लक्ष्मण मेड़ा, आरक्षक राकेश मौर्य के साथ समस्त क्षेत्रीय कोटवारों ने सम्भाली।