कठ्ठीवाड़ा अंचल के ध्याना में स्वामीनारायण मन्दिर का प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम सम्पन्न

समाज को कुरीतियों और नशे जैसी बुराइयों से दूर कर ऊंचाइयों पर पहंुचाने का लक्ष्य
कठ्ठीवाड़ा से प्रेम गुप्ता की रिपोर्ट।
हम समाज को आध्यात्मिकता से जोड़कर उसकी सामाजिक बुराइयों और  कुरीतियों को हटाने का माध्यम बनते है, जिससे समाज को हर स्तर पर ऊंचाइयां प्राप्त होती है। इससे प्रेरित होकर ग्रामीण बढ़ी संख्या में स्वामीनारायण संस्था से जुड़े है। ये बात बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के जूनागढ़ मन्दिर के महंत ( योगी स्वरूप स्वामीजी ) ने आलीराजपुर न्यूज के साथ चर्चा में कही।’

’उल्लेखनीय है कि स्वामीनारायण संस्था के मार्गदर्शन में क्षेत्र के ग्रामीण अंचल के हजारों आदिवासी ग्रामीण जनों ने नशे की लत को त्यागकर और समाज मे प्रचलित अन्य कुप्रथाओं को छोड़कर, कृषि कार्यों, व्यापार, शिक्षा पर अपना ध्यान केंद्रित किया है जिससे उनमें आर्थिक समृद्धि के साथ -साथ धर्म के प्रति चेतना भी आई है।’
इस दौरान उनके साथ बोडेली ( गुजरात) के ख्यात चिकित्सक डॉ स्नेहल राठवा, बोडेली( गुजरात) के मंदिर के कोठारी वर्णी नाथ स्वामी भी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि कट् ठीवाड़ा जनपद के ध्याना अंचल में स्वामीनारायण मंदिर का शुभारंभ 25 फरवरी को  किया गया।  26 फरवरी को  भगवान स्वामीनारायण की प्रतिमा की  प्राण प्रतिष्ठा की गई। कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में गुजरात एवं मध्य प्रदेश की सीमा पर स्थित ग्रामीणों की उपस्थिति रही। स्थानीय ग्रामीण जन भी बड़ी संख्या में कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान आदिवासी संगीत एवं नृत्य का आयोजन किया गया।  कार्यक्रम के प्रथम दिन स्वामी नारायण जी की प्रतिमा का नगर भ्रमण करवाया गया।  भंडारा। प्रसादी वितरित की गई।
इस आयोजन के लिए ग्रामपंचायत ध्याना के सरपंच गोपाल कनेश की सराहनीय भूमिका रही।  उन्होंने मंदिर के निर्माण के लिए अपनी भूमिका दान किया’ साथ ही ध्याना क्षेत्र के ग्रामीणों ने मिलकर कार्यक्रम के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई। कार्यक्रम के लिए कट्ठीवाड़ा क्षेत्र के इंदलावाट,  हवेली खेड़ा, बड़ा खेड़ा, साजनपुर भूरी आम्बा और अन्य क्षेत्रों से भी सहायता की गई।
विशेष यह किः
ज्ञात रहे कि आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिले में स्वामी नारायण संप्रदाय पिछले कई सालों से मंदिर स्थापित कर आदिवासी समाज की सेवा सुश्रुषा के लिए प्रयासरत था किंतु अब जाकर संप्रदाय का सपना पूरा हुआ है। अंचल के ग्रामीणों में व्याप्त कुरुतियों, नशे की प्रवृत्ति आदि समाज सुधार कार्य संप्रदाय के लिए आरंभ किए जाने से अंचल के ग्रामीणों का जीवन स्तर सुधरेगा और सामाजिक बदलाव की एक नई शुरुआत होगी जिसकी यहां पर अत्यधिक आवश्यकता है। जिले के सुदूर कठ्ठीवाड़ा अंचल में स्वामी नारायण मंदिर बनने से कठ्ठीवाड़ा अंचल का पर्यटन क्षेत्र में और अधिक विस्तार होगा। वैसे भी यह क्षेत्र प्राकृतिक संपदा से भरपूर है अब यहां पर धर्म व अध्यात्म के आयोजन होने से भी यह क्षेत्र प्रसिद्ध होगा।
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