जनता के सहयोग के बिना पुलिस सफल नहीं हो सकती- बोले डीआईजी,
इंदौर रेंज ग्रामीण डीआईजी पहंुचे जिले के दौरे पर, पुलिस अफसरों की बैठक में दिए कई निर्देश
आशुतोष पंचोली
अलीराजपुर न्यूज। ब्यूरो चीफ
जिले से अवैध शराब व किसी भी प्रकार के मादक पदार्थों की तस्करी नहीं होने दी जाएगी। जनता के सहयोग के बिना पुलिस सफल नहीं हो सकती है। पुलिस दुनिया भर के लिए कल्याणकारी कार्य करती है किंतु जहां एक गलती हो जाए तो पुलिस की नकारात्मक छवि का अत्यधिक प्रचार किया जाता है। इसके बावजूद पुलिस के कार्यों से उसकी समाज में छवि बनी हुई है। यह बात इंदौर रेंज ग्रामीण डीआईजी सुशांत सक्सेना ने 26 फरवरी बुधवार शाम 7 बजे पुलिस कंट्रोल रुम में मीडिया व नगर के गणमान्य नागरिकों से मुलाकात के दौरान चर्चा में कही।
पड़ोसी धार जिले में एसपी के पद पर काम कर चुके डीआईजी सक्सेना ने बताया कि उन्हें शासन ने इंदौर रेंज ग्रामीण का डीआईजी नियुक्त किया है। वे मूलतः यूपी के रहने वाले है। साल 2005 के बैच के पुलिस अफसर रहते हुए प्रदेश के कई जिलों में एसपी रह चुके है। उनके अधीन धार, झाबुआ व आलीराजपुर तीन जिले है। उन्हौंने कहा कि कार्यभार ग्रहण करने के बाद पहली बार इन जिलों के दौरे पर निकला हूं। मंगलवार को झाबुआ में बैठक ली बुधवार को यहां पहंुचा हूं।
समाज के कमजोर वर्ग का जीवन स्तर सुधारना लक्ष्य
डीआईजी सुशांत सक्सेना ने कहा कि जिले के पुलिस अफसरों की बैठक में निर्देश दिए है कि समाज के कमजोर वर्ग को पुलिस विभाग किस ढंग से इनके जीवन स्तर में सुधार ला सकता है। इस पर चर्चा की है। साथ ही पुलिस इस वर्ग के साथ इंटरेक्ट करे जब पुलिस की कार्रवाई संवेदनशील हो। पुलिस की छवि धूमिल न हो और असंवेदनशीलता न दिखे पुलिस को ऐसे प्रयास करना चाहिए।साथ ही पुलिस सामाजिक मापदंडों के अनुसार काम करे ताकि किसी प्रकार की वाद विवाद की स्थिती उत्पन्न न हो।
पुलिस भेंटवार्ता योजना लागू है
डीआईजी सक्सेना ने दिलचस्प जानकारी देते कहा कि वे जब शहडोल में एसपी पद पर कार्यरत थे उस दौरान प्रतिदिन पूरे जिले के पांच स्टाफ सदस्यों के नाम के आगे निशान लगाकर उन्हें बुलाकर वन टू वन चर्चा करते थे। जिसमें मेरी ओर से यह स्पष्ट रहता था कि विभाग की किसी की शिकायत नहीं सुनूंगा। इसके बजाए पुलिस संसाधन, स्टाफ की कमी, कल्याणकारी योजनाएं आदि पर चर्चा करता था। मेरी यह योजना पुलिस मुख्यालय को भी बहुत पसंद आई और फिर मुख्यालय ने इसे पूरे प्रदेश में पुलिस विभाग में लागू किया है। जिसका नाम पुलिस भेंटवार्ता योजना है जो कि अभी भी लागू है।
इस दौरान एएसपी बिट्ट सहगल ने भी संक्षिप्त में अपनी बात रखते हुए आलीराजपुर की मीडिया की सकारात्मक व सहयोगपूर्ण भूमिका की खुले मन से प्रशंसा की और कहा कि यहां की मीडिया साफ सुथरी व निष्पक्षता से काम करती है। नगर के गणमान्य नागरिकों व पत्रकारों ने भी जिले के पुलिस कप्तान विपुल श्रीवास्तव व पूरे पुलिस स्टाफ की कार्यप्रणाली व उनके व्यवहार की सकारात्मक समीक्षा करते हुए जिले की पुलिस व्यवस्था पर संतोष जताते हुए पुलिस की सराहना की।
ये थे उपस्थित
इस दौरान सराफा एसोसिएशन से कमलेश काकड़ीवाला, विहिप के संजय पंवार, निलेश जैन, प्रभारी शहर काजी हनीफ मियां, पत्रकार विक्रम सेन, आशुतोष पंचोली, आशीष अगाल, सुरेंद्र वर्मा, यतिंद्र सोलंकी, गफ्फार खान, एमएस पाकिजा, एसडीओपी दिलीपसिंह निंगवाल, आरआई पुरषोत्तम बिश्नोई, टीआई दिनेश सोलंकी सहित अन्य नागरिक व पत्रकार आदि उपस्थित थे।
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इंदौर रेंज ग्रामीण डीआईजी पहंुचे जिले के दौरे पर, पुलिस अफसरों की बैठक में दिए कई निर्देश
आशुतोष पंचोली
अलीराजपुर न्यूज। ब्यूरो चीफ
जिले से अवैध शराब व किसी भी प्रकार के मादक पदार्थों की तस्करी नहीं होने दी जाएगी। जनता के सहयोग के बिना पुलिस सफल नहीं हो सकती है। पुलिस दुनिया भर के लिए कल्याणकारी कार्य करती है किंतु जहां एक गलती हो जाए तो पुलिस की नकारात्मक छवि का अत्यधिक प्रचार किया जाता है। इसके बावजूद पुलिस के कार्यों से उसकी समाज में छवि बनी हुई है। यह बात इंदौर रेंज ग्रामीण डीआईजी सुशांत सक्सेना ने 26 फरवरी बुधवार शाम 7 बजे पुलिस कंट्रोल रुम में मीडिया व नगर के गणमान्य नागरिकों से मुलाकात के दौरान चर्चा में कही।
पड़ोसी धार जिले में एसपी के पद पर काम कर चुके डीआईजी सक्सेना ने बताया कि उन्हें शासन ने इंदौर रेंज ग्रामीण का डीआईजी नियुक्त किया है। वे मूलतः यूपी के रहने वाले है। साल 2005 के बैच के पुलिस अफसर रहते हुए प्रदेश के कई जिलों में एसपी रह चुके है। उनके अधीन धार, झाबुआ व आलीराजपुर तीन जिले है। उन्हौंने कहा कि कार्यभार ग्रहण करने के बाद पहली बार इन जिलों के दौरे पर निकला हूं। मंगलवार को झाबुआ में बैठक ली बुधवार को यहां पहंुचा हूं।
समाज के कमजोर वर्ग का जीवन स्तर सुधारना लक्ष्य
डीआईजी सुशांत सक्सेना ने कहा कि जिले के पुलिस अफसरों की बैठक में निर्देश दिए है कि समाज के कमजोर वर्ग को पुलिस विभाग किस ढंग से इनके जीवन स्तर में सुधार ला सकता है। इस पर चर्चा की है। साथ ही पुलिस इस वर्ग के साथ इंटरेक्ट करे जब पुलिस की कार्रवाई संवेदनशील हो। पुलिस की छवि धूमिल न हो और असंवेदनशीलता न दिखे पुलिस को ऐसे प्रयास करना चाहिए।साथ ही पुलिस सामाजिक मापदंडों के अनुसार काम करे ताकि किसी प्रकार की वाद विवाद की स्थिती उत्पन्न न हो।
पुलिस भेंटवार्ता योजना लागू है
डीआईजी सक्सेना ने दिलचस्प जानकारी देते कहा कि वे जब शहडोल में एसपी पद पर कार्यरत थे उस दौरान प्रतिदिन पूरे जिले के पांच स्टाफ सदस्यों के नाम के आगे निशान लगाकर उन्हें बुलाकर वन टू वन चर्चा करते थे। जिसमें मेरी ओर से यह स्पष्ट रहता था कि विभाग की किसी की शिकायत नहीं सुनूंगा। इसके बजाए पुलिस संसाधन, स्टाफ की कमी, कल्याणकारी योजनाएं आदि पर चर्चा करता था। मेरी यह योजना पुलिस मुख्यालय को भी बहुत पसंद आई और फिर मुख्यालय ने इसे पूरे प्रदेश में पुलिस विभाग में लागू किया है। जिसका नाम पुलिस भेंटवार्ता योजना है जो कि अभी भी लागू है।
इस दौरान एएसपी बिट्ट सहगल ने भी संक्षिप्त में अपनी बात रखते हुए आलीराजपुर की मीडिया की सकारात्मक व सहयोगपूर्ण भूमिका की खुले मन से प्रशंसा की और कहा कि यहां की मीडिया साफ सुथरी व निष्पक्षता से काम करती है। नगर के गणमान्य नागरिकों व पत्रकारों ने भी जिले के पुलिस कप्तान विपुल श्रीवास्तव व पूरे पुलिस स्टाफ की कार्यप्रणाली व उनके व्यवहार की सकारात्मक समीक्षा करते हुए जिले की पुलिस व्यवस्था पर संतोष जताते हुए पुलिस की सराहना की।
ये थे उपस्थित
इस दौरान सराफा एसोसिएशन से कमलेश काकड़ीवाला, विहिप के संजय पंवार, निलेश जैन, प्रभारी शहर काजी हनीफ मियां, पत्रकार विक्रम सेन, आशुतोष पंचोली, आशीष अगाल, सुरेंद्र वर्मा, यतिंद्र सोलंकी, गफ्फार खान, एमएस पाकिजा, एसडीओपी दिलीपसिंह निंगवाल, आरआई पुरषोत्तम बिश्नोई, टीआई दिनेश सोलंकी सहित अन्य नागरिक व पत्रकार आदि उपस्थित थे।